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वास्तु पुरूष मंडल (Vastu Purusha Mandala) क्या है? घर में वास्तु पुरूष को कहां रखें?

Vastu Purusha Mandala

Vastu Purusha Mandala एक प्राचीन विज्ञान है, जो वास्तु शास्त्र के महत्वपूर्ण पहलुओं में से एक है। यह मानचित्र (Mandala) वास्तु के आधारभूत ढांचे को समझने के लिए उपयोग किया जाता है और किसी भी भवन के निर्माण के समय इसे प्राथमिकता दी जाती है। इस लेख में हम विस्तार से जानेंगे कि Vastu Purusha Mandala क्या है और इसे घर में कहां स्थापित करना चाहिए। इसके साथ ही हम वास्तु के अन्य नियमों और उनकी वैज्ञानिकता पर भी चर्चा करेंगे।

1. Vastu Purusha Mandala क्या है?

Vastu Purusha Mandala वास्तु शास्त्र का एक केंद्र बिंदु है जो स्थान, समय, दिशा, और ऊर्जा के समन्वय से बना होता है। यह एक ज्यामितीय चार्ट है जो कि किसी भी भवन के निर्माण के समय सही दिशा और ऊर्जा का ध्यान रखने के लिए उपयोग किया जाता है। Vastu Purusha Mandala को समझना भवन निर्माण के लिए अत्यधिक महत्वपूर्ण है क्योंकि यह घर में सकारात्मक ऊर्जा के प्रवाह को सुनिश्चित करता है।

2. Vastu Purusha की उत्पत्ति

Vastu Purusha की उत्पत्ति पुराणों में वर्णित एक प्राचीन कथा से मानी जाती है। इसके अनुसार, एक राक्षस जिसका नाम Vastu था, ब्रह्मा जी द्वारा निर्मित हुआ था। वह इतना बड़ा हो गया कि पूरी पृथ्वी पर फैल गया और सभी देवताओं ने मिलकर उसे पृथ्वी पर नीचे दबा दिया। यह घटना Vastu Purusha Mandala के निर्माण की ओर इशारा करती है। इस कथा के अनुसार, Vastu Purusha का सिर उत्तर-पूर्व दिशा में होता है और पैर दक्षिण-पश्चिम दिशा में, और उसे सही स्थान पर रखने से घर में सकारात्मक ऊर्जा प्रवाहित होती है।

3. Vastu Purusha Mandala का महत्व

Vastu Purusha Mandala का घर और भवन निर्माण में अत्यधिक महत्व है। यह भवन की संरचना, डिजाइन और दिशा का निर्धारण करता है ताकि घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह हो सके। यह निम्नलिखित कारणों से महत्वपूर्ण है:

महत्व

विवरण

ऊर्जा का संतुलन

Vastu Purusha Mandala के अनुसार घर की दिशा और ऊर्जा संतुलित रहती है।

सकारात्मकता का प्रवाह

सही स्थान पर Vastu Purusha रखने से घर में सुख, समृद्धि और शांति आती है।

स्वास्थ्य और समृद्धि

यह परिवार के स्वास्थ्य और आर्थिक समृद्धि को भी प्रभावित करता है।

4. Vastu Purusha Mandala के मुख्य तत्व

Vastu Purusha Mandala में चार मुख्य तत्व होते हैं जो भवन निर्माण के दौरान ध्यान में रखने होते हैं:

  1. दिशा: भवन की दिशा Vastu Purusha के अनुसार सही होनी चाहिए।
  2. ऊर्जा: घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह सुनिश्चित करना।
  3. स्थिति: भवन के विभिन्न हिस्सों की सही स्थिति।
  4. संपूर्ण संरचना: भवन का डिज़ाइन और उसका संतुलन।
5. घर में Vastu Purusha कहां स्थापित करें?

Vastu Purusha Mandala के अनुसार, घर में Vastu Purusha की सही स्थापना बहुत जरूरी है। निम्नलिखित दिशाओं में Vastu Purusha का सही स्थान बताया गया है:

दिशा

स्थापना के लिए क्षेत्र

उत्तर-पूर्व (ईशान कोण)

यह दिशा सबसे शुभ मानी जाती है और Vastu Purusha का सिर यहां होता है।

दक्षिण-पश्चिम (नैऋत्य कोण)

यहां Vastu Purusha के पैर होते हैं और इसे भारी चीजों से सजाना चाहिए।

पूर्व

यह दिशा ज्ञान और प्रकाश का प्रतीक है, और Vastu Purusha की दृष्टि इस ओर होती है।

पश्चिम

यह दिशा स्थिरता और विकास की ओर इशारा करती है।

घर के विभिन्न हिस्सों में Vastu Purusha का सही स्थान न केवल भवन को स्थायित्व देता है, बल्कि यह ऊर्जा के सही प्रवाह को भी सुनिश्चित करता है।

6. Vastu Purusha Mandala के लाभ

Vastu Purusha Mandala के सही उपयोग से घर में निम्नलिखित लाभ होते हैं:

  • सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह: घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है।
  • स्वास्थ्य और कल्याण: परिवार के सदस्यों का स्वास्थ्य और मानसिक स्थिति ठीक रहती है।
  • आर्थिक समृद्धि: सही दिशा और स्थान से आर्थिक लाभ होता है।
  • शांति और सुख: घर में शांति और मानसिक शांति का वातावरण रहता है।

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7. Vastu Purusha Mandala से संबंधित दिशाओं का महत्व

Vastu Purusha Mandala में प्रत्येक दिशा का अपना विशेष महत्व होता है। घर में सही दिशा का चयन करके आप सकारात्मक परिणाम पा सकते हैं। यहां कुछ मुख्य दिशाओं का महत्व दिया गया है:

दिशा

महत्व

उत्तर-पूर्व (ईशान कोण)

समृद्धि, शांति और स्वास्थ्य की दिशा।

दक्षिण-पश्चिम

स्थायित्व और स्थिरता की दिशा।

पूर्व

ज्ञान और मानसिक शांति की दिशा।

पश्चिम

विकास और जीवन की प्रगति की दिशा।

उत्तर

धन और संपत्ति की दिशा।

दक्षिण

सकारात्मकता और सुरक्षा की दिशा।

8. Vastu Purusha Mandala के नियम और वैज्ञानिक पहलू

Vastu Purusha Mandala के नियम न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से बल्कि वैज्ञानिक दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण हैं। आधुनिक विज्ञान ने यह साबित किया है कि सही दिशा और ऊर्जा का प्रभाव हमारे जीवन पर गहरा प्रभाव डालता है। Vastu Purusha Mandala के नियम कुछ इस प्रकार हैं:

  • दिशा और सूरज की रोशनी: पूर्व दिशा में भवन बनाना सूरज की सकारात्मक ऊर्जा का लाभ लेने के लिए आवश्यक है।
  • प्राकृतिक ऊर्जा का प्रवाह: Vastu Purusha Mandala प्राकृतिक ऊर्जा के सही प्रवाह को सुनिश्चित करता है।
  • वातावरण का संतुलन: सही दिशा में भवन का निर्माण करने से वातावरण में संतुलन बना रहता है।
9. Vastu Purusha Mandala का उपयोग कैसे करें?

Vastu Purusha Mandala का उपयोग भवन निर्माण के दौरान किया जाता है। इसमें घर की प्रत्येक दिशा और भाग को सही ढंग से निर्धारित किया जाता है। यह सुनिश्चित करता है कि घर में ऊर्जा का प्रवाह सही हो और परिवार को लाभ मिले। इसका उपयोग निम्नलिखित तरीकों से किया जाता है:

उपयोग

विवरण

नक्शा बनाते समय

घर का नक्शा Vastu Purusha Mandala के अनुसार तैयार किया जाना चाहिए।

निर्माण के समय

निर्माण के समय दिशाओं का विशेष ध्यान रखना चाहिए।

फर्नीचर और वस्त्रों का चयन

घर के अंदर के सामान का चयन भी Vastu Purusha Mandala के अनुसार किया जाता है।

निष्कर्ष

Vastu Purusha Mandala एक अत्यधिक महत्वपूर्ण सिद्धांत है जिसे किसी भी घर के निर्माण के समय ध्यान में रखा जाना चाहिए। यह केवल धार्मिक दृष्टिकोण से ही नहीं बल्कि वैज्ञानिक दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण है। घर में Vastu Purusha का सही स्थान और दिशा सुनिश्चित करने से आप सकारात्मक ऊर्जा, समृद्धि, और मानसिक शांति प्राप्त कर सकते हैं। इसलिए, यह आवश्यक है कि आप अपने घर के निर्माण के समय Vastu Purusha Mandala के सिद्धांतों का पालन करें ताकि आपका घर एक सुखद और शांतिपूर्ण स्थान बने।

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Frequently Asked Questions

Ans 1. Vastu Purusha Mandala is a geometrical diagram used in Vastu Shastra that aligns the structure of a building with the natural flow of energy. It represents the cosmic energy grid that influences the design and layout of a space.

Ans 2. Vastu Purusha Mandala ensures that a house is constructed in harmony with nature’s forces, ensuring positive energy flow, prosperity, and peace in the household.

Ans 3. Vastu Purusha's head should be placed in the northeast (Ishanya) direction, and his feet should be in the southwest (Nairutya) direction. This alignment brings stability, wealth, and peace.

Ans 4. Following Vastu Purusha Mandala leads to a balanced energy flow in the house, enhances the health of family members, brings economic prosperity, and fosters overall well-being.

Ans 5. Vastu Purusha Mandala is applicable not only to homes but also to all types of buildings, including offices, temples, and commercial spaces. It ensures the positive energy flow in any structure.